बुधवार, 29 जुलाई 2009

प्रार्थना का नायाब तरीका

जांजगीर चाम्पा जिला मुख्यालय से २५ किमी दूर ग्राम पचोरी में भगवान् की प्रार्थना का नायाब तरीका प्रचलित है। यहाँ विराजित माँ करण सैनी की पूजा लोग कान पकड़कर उठक बैठक कर करते हैं। वैसे मंदिरों व धार्मिक स्थानों में लोग वहां जाकर प्रार्थना करते हैं, वहीं पचोरी में लोंगों द्वारा पूजा करने की अजीब दस्तूर है। मन्दिर के सामने से गुजरने वाला हर व्यक्ति पहले वहां रुकता है और सामने में खड़ा होकर कान पकड़कर उठक बैठक करता है। आसपास गांवों में भी माँ करण सैनी के प्रति लोंगों में असीम सरधा है और वे भी इस मार्ग से गुजरते हैं, वे जरुर रुकते हैं। फिर कान पकड़कर उठक बैठक का होता है, सिलसिला शुरू।
पचोरी में यह परिपाटी लंबे समय से चली आ रही है। यहाँ माँ करण सैनी की महिमा अपार है। लोगों में माँ के प्रति आगाध आस्था है। माँ भी यहाँ सुख शान्ति बनाये रखती है।
माँ के दरबार में जो भी सच्चे मन से मांगता है, वह पूरी होती होती। पचोरी में माँ करण सैनी की पूजा कान पकड़कर करने की परिपाटी सौ वर्षों से भी ज्यादा समय से चली आ रही है। यहाँ के रहवासी भी इस बारे कुछ नहीं बता पाते। उनका कहने है की जैसा वे अपने पूर्वजों को आस्था स्वरुप करते देखा है, उसका वे ख़ुद भी निर्वाण कर रहे हैं।

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